अभी तक सिर्फ किताबों मे पढ़ा था की गौतम बुद्ध समाजसेवा के लिए आधी रात को अपनी ''धर्मपत्नी और दुधमुंहे बच्चे'' को सोता हुआ छोड़कर घर से चले गये थे ....
शहीद भगत सिंह ने देश के लिए शादी से इंकार कर दिया था...
नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने पत्नी और महीने भर की बच्ची को देश सेवा के लिए त्याग दिया था। . . . आज देख भी लिया ... महापुरुष आज भी हमारे बीच है ...
मातृभूमि की सेवा के लिय सांसारिक सुखो को तिलांजलि देने वाले महान सपूत #मोदीजीऔर उनकी देवी स्वरूप पत्नी के इस त्याग और बलिदान को शत शत नमन !
मैं नमन करता हूँ इस महापुरुष को ... की आपने इस तपोभूमि भारत की सेवा मे अपना सारा जीवन लगा दिया ...
इसलिये अबकी बार मोदी सरकार!!! जय हिंद जय हिंदुस्तान ।।
Keep a SMILE on your face ~ And a SONG in your heart!
A smile - is a sign of joy. A hug - is a sign of love. A laugh - is a sign of happiness. And a friend likes me? - Well that's just a sign of good taste!
We'll be friends until I am senile. Then we'll be NEW friends.
We who lived in Gujarat for 2-3 years ,our experience says different things. We have stayed in different cities of India, but living comfort is the best in Gujarat in general and Ahmedabad in specific. Everybody in the state, irrespective of religion, cast, profession are happy. We have interacted with number of minority community people in course of our duty, they all are happy as there are plenty of opportunity for everybody. Due to prohibition and good administration law and order is absolutely good. During the course of official duty at Gujrat I have personally interacted with Mr. Mody . He is a person with vision and have definite ideas about progress, social justice,agriculture, small industry sector.He can carry the team along with him. He is a natural leader.
सुप्रीम कोर्ट ने दोबारा एसआईटी बनाने की मांग भी नहीं मानी
सुप्रीम कोर्ट ने 2002 दंगों के सिलसिले में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट देने वाली एसआईटी जांच के ख़िलाफ़ याचिका को ख़ारिज कर दिया है.
अदालत ने दोबारा विशेष जांच टीम बनाने से भी इनकार कर दिया है.
मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधी उन पर 2002 के दंगों के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हैं. हालांकि विशेष जांच टीम ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी.
निचली अदालत भी एसआईटी की रिपोर्ट को मान चुकी है. लेकिन आम चुनावों के लिए जारी प्रचार में दंगों के कारण मोदी अकसर कांग्रेस के निशाने पर रहे हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जहां उन्हें पहले उन्हें 'मौत का सौदागर' कह चुकी हैं, तो इस चुनाव में उन्होंने 'ज़हर की खेती' वाला बयान दिया था.
अदालत जांच से संतुष्ट
गुलबर्गा सोसायटी दंगों में मारे गए पूर्व सांसद एहसान जाफरी की पत्नी ज़किया जाफरी ने नरेंद्र मोदी को अभियुक्त बनाने की मांग करते हुए अदालत में याचिका दायर की थी.
ज़किया जाफरी का कहना है कि मोदी के ख़िलाफ़ मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त सबूत मौजूद हैं.
लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी जांच को चुनौती देने वाली याचिका को निराधार बताते हुए कहा, “इस समय एसआईटी बनाना सही नहीं होगा.”
इससे पहले चार अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी जांच पर संतोष व्यक्त किया था.
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Friday, April 11, 2014
Why Modi Is Considered As Better Candidate?
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