Thursday, May 8, 2014

Add Words Used For Modi By These Gentlemen



लोकसभा चुनाव के अंतिम दौर में भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी के बीच जुबानी जंग चरम पर पहुंच गई है। ममता ने अब मोदी की तुलना हनुमानजी के उस रूप से की है, जिसमें वे अपनी पूंछ में आग लगाकर लंका जलाने निकल पड़ते हैं।
ममता का कहना है, मोदी जहां जा रहे हैं, आग लगा रहे हैं। उनका इशारा असम में फैली हिंसा की ओर था। इसके ठीक एक दिन पहले ममता ने कहा था, मोदी की कमर में रस्सी बांधकर उन्हें जेल में डाल देना चाहिए।
दरअसल, मोदी ने पश्चिम बंगाल की अपनी रैली में बांग्लादेश से आकर अवैधरूप से भारत में रह रहे लोगों का जिक्र करते हुए ममता को आड़े हाथों लिया था। उसके बाद से ही दीदी भड़की हुई हैं।
मैं दीदी का भाई!
मोदी ने हाल ही की अपनी एक रैली में बांग्लादेशी घुसपैठियों का दोबारा जिक्र करते हुए कहा था, आपने (ममता) 2005 में संसद में यह मामला उठाया था। आज आपका भाई यही काम कर रहा है, तो गुस्सा क्यों होती हैं। आप तो मुझे जेल में डालने की बात कर रही हैं। आपने अपनी कुर्सी बचाने के लिए बंगाल का भविष्य दांव पर लगा दिया है।
मोदी ने यह भी कहा, दीदी मुझे जेल भेजेंगी तो मैं वहां भी सबसे पहला काम बंगाली भाषा सिखने का करूंगा।
गुजरात मॉडल से करेंगे उत्तराखंड का पुर्नवास: अनंत

वाणिज्य व उद्योग मंत्री आनंद शर्मा गुजरात की आर्थिक प्रगति पर सवाल उठाने में कोई मौका नहीं छोड़ते, लेकिन ऐसा लगता है कि उनका मंत्रालय ही उनकी इस राय से इत्तेफाक नहीं करता है। औद्योगिक नीति व संव‌र्द्धन विभाग (डीआइपीपी) अपनी ही एक रिपोर्ट में पर्यावरण संबंधी मुद्दों और जमीन अधिग्रहण के मामले को सुलझाने में देश का नंबर वन राज्य माना है। यह भी ध्यान देने योग्य बात है कि कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपनी चुनावी सभाओं में गुजरात सरकार की तरफ से उद्योग जगत को दी जाने वाली जमीन को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं।

डीआइपीपी ने प्रमुख आइटी कंपनी एसेंचर के साथ ही मिलकर एक अध्ययन किया है, जिसे अभी सार्वजनिक किया गया है। इसमें भारत में कारोबार करने के माहौल पर विभिन्न एजेंसियों की रिपोर्टो का अध्ययन किया गया है। इन एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर राज्यों को कारोबार करने की छह प्रमुख जरूरतों के आधार पर बेहतरीन राज्य घोषित किया गया है। इसमें गुजरात और महाराष्ट्र दो ऐसे राज्य हैं, जिन्हें दो-दो क्षेत्रों में बेहतरीन राज्य माना गया है। गुजरात को जमीन व भवन संबंधी मंजूरी देने में अव्वल स्थान दिया गया है। साथ ही पर्यावरण मंजूरी देने के राज्य के तौर तरीके को भी अन्य सभी राज्यों से बेहतर माना गया है। पर्यावरण मंजूरी देने के मामले में राज्य ने जिस तरह से ई-गवर्नेस का इस्तेमाल किया है, उसकी काफी सराहना की गई है।

उल्लेखनीय तथ्य यह है कि राज्य की जमीन अधिग्रहण की नीति की कांग्रेस की तरफ से लगातार निंदा की जा रही है। लेकिन इस रिपोर्ट में इसे काफी दूरदर्शी बताया गया है। उद्योग जगत के लिए जमीन चिन्हित करने से लेकर उसका आवंटन करने और विवादों को निपटाने के फार्मूले को अन्य राज्यों से बेहतर माना गया है। राहुल गांधी बार-बार आरोप लगाते हैं कि गुजरात में टॉफी की कीमत पर जमीन उद्योग जगत को दी जाती है। वे गुजरात की मोदी सरकार पर किसानों से जमीन छीनकर कंपनियों की जमीन देने का भी लगातार आरोप लगा रहे हैं। लेकिन इस रिपोर्ट के मुताबिक जमीन अधिग्रहण से प्रभावित हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की व्यवस्था इस राज्य में की गई है। यही वजह है कि वर्ष 2008-09 285 हेक्टेयर जमीन आवंटित की गई थी। जबकि वर्ष 2009-10 में 1,564 हेक्टेयर और वर्ष 2010-11 में 907 हेक्टेयर औद्योगिक उद्देश्य से दिए गए हैं।
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'अच्छा होता कि गुजरात को गाली देने वाले मेरे कांग्रेसी मित्रों ने अपनी ही सरकार की वह रपट पढ़ी होती जिसमें गुजरात के विकास की तारीफ की गई है।' -नरेंद्र मोदी का ट्वीट

AhmedabadNarendra Modi has a message for Farooq Abdullah, who has said that supporters of the BJP's prime ministerial candidate should "jump into the sea."

"Instead of telling those voting for Modi to drown, Dr. Abdullah should look at himself & his family in the mirror & see how they ruined J&K," said Mr Modi, 64, on Twitter today.
Mr Abdullah, 76, a union minister and head of the National Conference, said at a rally yesterday that "Kashmir will not stay with India if it becomes communal." He later said his comments were in response to BJP leader Giriraj Singh, who had declared at a rally recently that critics of Mr Modi would be sent to Pakistan.

In a series of tweets, Mr Modi said, "Dr. Abdullah, in the history of our glorious culture, if there is someone who has done most harm to secularism it is you and your family. We are secular not because the word was added in our Constitution. Secularism is in our blood."

Mr Abdullah's son Omar, who is the Chief Minister of Jammu and Kashmir, hit back sharply at Mr Modi's remarks. "Neither my family nor the Valley require your secularism certificate. The day I get a secularism certificate from you I think that will be the day I should resign," he said.

Mr Modi is expected to deliver the BJP's strongest-ever electoral performance, though it's not clear yet if the party will land a majority, allowing it to form the government without the need to add to the 25 allies that are already part of its coalition. 

Critics of Mr Modi allege that he did not do enough to stop the riots in his home state of Gujarat in 2002. More than a thousand people were killed, most of them Muslims. A Supreme Court inquiry has said there is no evidence to prove that Mr Modi was complicit in the deadly violence, a point his party and he have stressed in his high-octane campaign for the election. 

LUCKNOW: Not perturbed by the controversy over his remarks on the Indian Army, SP leader Azam Khan on Thursday called BJP prime ministerial candidate Narendra Modi 'a big dog'. Referring to Modi's earlier statement that he felt as sad about the post-Godhra massacre as he would if his car were to drive over a puppy. Azam said, "Agar hum chhote kutte hain, to woh bade kutte hain." (If we are puppies, he is a big dog.)

Azam Khan asks Muslims to unite to prevent Narendra Modi from becoming PM

Attacking the media, Khan alleged that it always wants to keep the wounds of Muzaffarnagar riot fresh without allowing them to heal. Calling Modi a "murderer", he said such a person could never become Prime Minister. Citing Rajinder Sachar Committee recommendations, Khan said it had advocated reservation for Muslims stating that they need it more than Dalits.
Narendra Modi will burn Muslims with tezaab, says Azam Khan
http://indiatoday.intoday.in/story/narendra-modi-will-burn-muslims-with-tezaab-says-azam-khan/1/346565.html

Salman Khurshid calls Narendra Modi ‘impotent’, BJP says Congress ‘frustrated’-Times of India

Salman Khurshid calls Narendra Modi 'impotent', BJP demands apology


नरेंद्र मोदी को कट्टर हिंदूवादी नेता की छवि के चौखटे में कैद रखने की विपक्षी नेताओं की कोशिशों को बृहस्पतिवार को जबर्दस्त झटका लगा। 'मुस्लिम टोपी पहनने से इन्कार' जैसी तोहमतों के निशाने पर रहे मोदी ने इसे एक ही झटके में ध्वस्त कर दिया। मोदी जब रोहनिया रैली में मंच पर उपस्थित आजाद हिंद फौज के सिपाही 113 वर्षीय कर्नल निजामुद्दीन के दोनों पैर छूकर उनका आशीर्वाद ले रहे थे तो राजनीति के पंडितों ने इस मंच से बहुत ही मजबूत पैगाम की पदचाप को शिद्दत से महसूस किया। मोदी ने मंच से यह घोषणा भी की कि नेताजी के सपनों को पूरा करने में कसर बाकी नहीं रखूंगा।


नरेंद्र मोदी की छवि को लेकर विपक्षी दल नकारात्मक माहौल बनाते रहे हैं। कुछ समय पूर्व केंद्र सरकार के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के. रहमान खान ने कहा था, मोदी को मसीहा के तौर पर पेश किया जा रहा है, जो वह हैं नहीं। गुजरात दंगों के बाद भी मोदी को लेकर देश में खासकर मुस्लिमों में अलग तरह का संदेश गया था। रोहनिया की सभा में मोदी अपनी इस छवि को उतार फेंकने में काफी हद तक कामयाब रहे। मोदी द्वारा निजामुद्दीन के चरण छूने के बाद अन्य दलों के नेता खुद को असहज पा रहे हैं। कांग्रेस, आप व सपा ने नुकसान की भरपाई की कोशिशें भी शुरू कर दीं। देर शाम मोदी के रोड शो के समकक्ष अन्य दलों के प्रत्याशी मुस्लिम बहुल इलाकों में चक्कर लगाते देखे गए। कुछ नेता यह कहते भी सुने गए कि मोदी कोई चुनौती नहीं हैं। निजामुद्दीन के चरण स्पर्श ने काशी में बहस की आधारशिला रख दी है।

नेताजी के सुरक्षा प्रहरी थे कर्नल निजामुद्दीन

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। निजामुद्दीन ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के वाहन चालक और सुरक्षा प्रहरी की भूमिका निभाई थी, लेकिन उन्हें स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा देने की प्रक्रिया पिछले साल तब आगे बढ़ी जब आजमगढ़ प्रशासन उनकी ओर से पेश किए गए इस आशय के प्रमाणों से संतुष्ट हो गया कि वह नेताजी के साथ रहे थे। निजामुद्दीन के बेटे ने बताया कि पिताजी ने नरेंद्र मोदी को अच्छा नेता बताते हुए उनसे मिलने की इच्छा जताई थी।
निजामुद्दीन का जन्म आजमगढ़ के मुबारकपुर इलाके ढकवा गांव में 1901 को हुआ था। निजामुद्दीन के मुताबिक उनके पिता इमाम अली सिंगापुर में कैंटीन चलाते थे। 24-25 साल की आयु में वह भी गांव से भागकर पिता के पास सिंगापुर चले गए। यह वह दौर था जब सुभाष चंद्र बोस सिंगापुर में आजाद हिंद फौज के लिए युवाओं की भर्ती करने में लगे हुए थे। उन्होंने उनका चयन अपने निजी सुरक्षा गार्ड और वाहन चालक के रूप में किया और उन्हें कर्नल की उपाधि भी दी। वह इसी भूमिका में नेताजी के साथ दस साल रहे। उन्होंने नेताजी के साथ जापान, वियतनाम, थाईलैंड, कंबोडिया आदि देशों की यात्रा की। उनके अनुसार चूंकि अंग्रेज नेताजी की ताक में रहते थे इसलिए वह ज्यादातर पनडुब्बी के जरिये समुद्री यात्रा करते थे। नेताजी के रहस्यमय तरीके से लापता होने के बाद वह कोलकाता में उनके घर तक गए, लेकिन कोई सूचना न मिलने पर वह बर्मा लौट गए। जून 1969 में वह अपने गांव लौट आए थे। पहली बार 2001 में उन्होंने यह राज खोला कि वह नेताजी के साथ रहे। स्थानीय प्रशासन और सरकार ने उनके दावे को सत्यापित करने में 12 साल लगा दिए।

Added on Facebook by one member on 19th of May 2014 is as follows 


BY Sri Anand G. Sharma
7 hrs · 
आइये आज कुछ विवादित बयानों का विश्लेषण करते हैं !!
-अगर असम में भाजपा एक भी सीट जीत गई तो अल्लाह किसी को माफ़ नहीं करेगा - बदरुद्दीन अजमल (नेता एआईयूडीएफ)
रिजल्ट - भाजपा ने असम में 7 सीट जीती हैं - सावधान रहना अब अल्लाह किसी को माफ़ नहीं करेगा !!
-अगर मोदी उत्तर प्रदेश को गुजरात बनाने की कोशिश करेंगे तो मैं उनकी बोटी बोटी कर दूंगा - इमरान मसूद (नेता कांग्रेस)
रिजल्ट-खुद तो हारा साथ में आसपास की 9 सीट भी हरवा दी , इसके बयान से हिन्दूओ ने एक होकर मोदीजी को चुना !!
-मोदी वाजपेई की तरह धर्म निरपेक्ष नहीं हो सकते | ये आदमी बोल चूका है कि वह हिन्दू है और हिन्दू हित में कार्य करेगा - फारुक अब्दुल्ला
रिजल्ट - श्रीनगर से हार गया और इसकी पार्टी को जम्मू कश्मीर में एक भी सीट नहीं मिली | और इसके कथन के अनुसार क्या हिन्दू अपने आप को हिन्दू भी नहीं कहे ?? या फिर अपने हित के लिए कार्य भी न करे ?? सठिया गया है बुड्ढा
-जो लोग मोदी का विरोध कर रहें हैं ,उनके लिए भारत में कोई जगह नहीं है ,उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए - गिरिराज सिंह (भाजपा नेता)
रिजल्ट - अपना चुनाव जीत गए और उन लोगो को सन्देश दे दिया जो कहते थे की मोदी के जीतने के बाद पाकिस्तान चले जायेंगे उनको दोगले लोगो को भारत छोड़कर पाकिस्तान चले जाना चाहिए |
-सोनिया गाँधी दिल्ली में इम्माम बुखारी से मिली और बुखारी ने मुसलमानों को कांग्रेस को वोट देने को कहा |
रिजल्ट - बुखारी ने दिल्ली तक में अपनी मटियामेट करवा ली , खुद जहाँ रहता है चांदनी चौक वाली सीट भी नहीं बचा सका
-मोदी बोले घुसपेठियों को जाना होगा - ममता ने कहा हिम्मत है तो कर के दिखाओ
रिजल्ट - असम की आठ घुसपेठियो के बहुल वाली जगह में से सात भाजपा ने जीती और पहली बार बंगाल में 2 सीट जीती ||
इस बार देश में हिन्दू एकता नज़र आई है और अगर ऐसे ही एकता प्रगाढ़ होती गई तो देश में अब कभी मुस्लिम वोट बैंक नहीं कहलायेगा वरन हिन्दू वोट बैंक कहलायेगा और किसी भी पार्टी को आगे बढ़ना है तो हिन्दू हितो को ध्यान में रखकर कार्य करना पड़ेगा जैसा मोदीजी ने किया !!
आप सभी को एक बार और कोटि - कोटि बधाई और ईशकार्य हेतु नमन -
वन्दे मातरम !!
जय हिन्द जय भारत